Wednesday, October 27, 2010

सुहाने पल...

याद आता है वो बिछड़ा ज़माना,
बहुत सताता है वो बिछड़ा ज़माना,
याद आती है वो मस्ती, वो बदमाशी, 
वो चिल्लाना, वो उर्धंग मचाना,
याद आती है वो सुबह सवेरा स्कूल के लिए तैयार होना,
आँखों को मचलते मम्मी के गोद में बैठे ब्रुश करना,
तिफ्फिन रोज़ सुबह देखना,
बहुत याद आता है वोह बिछड़ा ज़माना.

याद आता है अपना वो बचपन,
याद आता है वो हसी-ख़ुशी सा जीवन 
ना रहा वो समय,न रही चेहरे पे वो ख़ुशी,
गूम हो गई जाने कहाँ वो आँखों की नमी,
दोस्तों के साथ की जाने वाली वो खिलखिलाहट वाली हंसी
उलझ सी गयी है यह जिंदगी बन क एक फ़साना,
बहुत याद आता है वोह बिछड़ा ज़माना.

अब आगे मैं जो लिखने जा रहा हूँ वो मेरी जिंदगी के कुछ एक सबसे अच्छे लम्हों में से एक है और मैं हमेशा इन यादों को संजोहें रखना चाहुगा,इसीलिए मैंने अपनी फीलिंग्स को इन पंकित्यों में फिरोहा है......

याद आता है वोह बिछड़ा ज़माना,
तुम्हारा वो मुश्कुराना,
मुझे प्यार से विशाल पुकारना,
मेरा तुम्हे "मोटी" पर वोह प्यार से गुर्राना,
वो रूठना-मनाना,
वो हल-इ-दिल बताना
बहुत याद आता है यो बिछड़ा ज़माना.

याद आता है तुम्हारा बुलाना,
बिना कुछ सोचे समझे तुमरे पास चला जाना,
वो सिकन्दरा पे इंतज़ार,
वो पहली नज़र का प्यार,
वो हाथ मिलाना,तुम्हारा शर्मा के मुश्कुराना,
और फिर सबसे पहला सवाल करना
"उसके घर से कितने बजे निकले थे यहाँ आने के लिए?"
याद आती है तुम्हारी सहेलियां,
उनसे की गयी वो सारी बदमाशियां,
याद आता है उनके साथ मिल के तुम्हे जलना,
तुमारा मुझपे गुस्साना,
वो आँखें छोटी कर के मुंह मोड़ना, 
याद आता है वो हर एक लम्हा,
बहुत याद आता है वो बिछड़ा ज़माना.

याद आता है हमारा बिछड़ना,
और उनका फिर मिलने का आस लगाना,
याद आता है वोह फ़ोन पे बातों का सिलसिला,
दूर रहते हुए भी हर पल साथ जीने की वोह इच्छा,
बहुत याद आता है बुच्दा ज़माना,

याद आता है वो समय का बीतना,
वो प्यार का कम होना,
वो बढता तकरार,
वो उनका हर बात से इनकार,
वो सवालों का दौर, 
वो मनन में चलता कलह और शोर,
जाने कैसे बदल जाते है लोग,
जाने कैसे सब कुछ भूल जाते है लोग,
झूठी हो गयी सारी बातें अपनी,
गूम हो गये आसमानों में सपने अपने,
नही चाहते वो हमे अब,
तो क्यों सजदा करे हम उनका, 
ज़माने का तोह यह दस्तूर है,
अँधेरे के बाद सुहानी सुबह जरुर है,
नही मानता दिल उन्हें कसूरवार ठहराना 
क्यूंकि मैं नही भूल सकता वो बिछड़ा ज़माना...
नही भूल सकता वो बिछड़ा ज़माना.......!!!!!

7 comments:

sukun said...

it shows ur deep love for ur chldhud ................... nywayz its awsmeeeee bro..... keep it up......

Anonymous said...

heeheheh...dat is y i call u devdas....luk m always rite :p...dis text of urs is a gud support for ma wrds....:)...
newayz on a serious note...well collected n well selected piece frm ur memories...

The Evolution said...

@sukun:thnk u for showing ur concern to this post...

The Evolution said...

@surbhi:hmmm....thnx for liking it n dis is the precise collection of my all the good memories...

Neha said...

hmm..gud one dear.....but life never w8 for any1 so....just chilll n every thing is allright in few days....take care...

neha said...

nice one yar....vaise ye lines h kiske lie....hmmm!!!

Unknown said...

really a nice one.